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खेत को समतल करने की आड़ में रात रात भर चल रहा अवैध उत्खनन कृषक ने लगाई कलेक्टर से गुहार जाच की मांग

खेत को समतल करने की आड़ में रात रात भर चल रहा अवैध उत्खनन कृषक ने लगाई कलेक्टर से गुहार जाच की मांग

हजारो डम्फर मुरुम निकालकर तीसरी लाइन निर्माण में हो रहा उपयोग

आमला. इन दिनों तहसील के कई गांवों में खेतों को समतल करने की आड़ में अंधाधुंध अवैध खनन किया जा रहा है। यह एक गंभीर मुद्दा है, जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। अवैध खनन पर अंकुश लगाने में समय-समय की सरकारें फेल साबित हो रही हैं। मंचों से सरकार के नुमाइंदे दावे तो बड़े-बड़े करते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत दावों की हवा निकाल देती है।खनन माफिया तरह-तरह के हथकंडे अपना कर अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं और खनन विभाग चुप्पी साधे हुए है। ग्रीन ट्रिब्यूनल एक्ट की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। आमला तहसील के दर्जनों गांवों में आज भी जमीन समतलीकरण के नाम पर खनन माफिया के लोग युद्धस्तर पर अवैध खनन करने में लगे हुए है। कृषक गोलू मोखेड़े ने बताया कि सरपंच राजस्व के अधिकारी की मिलीभगत से खेत के सरकारी रास्ते को भी खोद दिया गया है। जबकि वहां सरकारी रास्ता है। खेत को समतल करने की आड़ में हजारों डम्फर मुरुम निकाली जा रही है तीसरी लाइन निर्माण में मुरुम डाली जा रही है जिसकी कोई जाच नही की जा रही है।

खनिज विभाग क्यों है मोन………

अवैध उत्खनन के मामले में खनिज विभाग और राजस्व विभाग के प्रशासनिक अधिकारी नाकाम साबित हो रहे हैं। खनन माफिया दिन रात खनन सामग्री डंफरो में लादकर पुलिस कर्मियों और अधिकारियों के सामने से बेधड़क आते जाते रहते हैं। खनन संबंधी नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। जमीन मालिक व खनन माफिया के लालच व विभाग की नाकामी के कारण इन गांवों में 10 से लेकर 30 फुट तक गहरी खुदाई की जा रही है। सरकार को भी लगाया जा रहा चूना लगाया जा रहा है।

खेत को समतलीकरण की आड़ में हो रहा अवैध उत्खनन………..

आमला तहसील के कई गांवों में खेतों को समतल करने की आड़ में अंधाधुंध अवैध खनन किया जा रहा है। इनमें रभाखेड़ी, नादिखेड़ा, और केदारखेड़ा जैसे गांव शामिल हैं। इन गांवों में जमीन समतलीकरण के नाम पर खनन माफिया के लोग युद्धस्तर पर अवैध खनन करने में लगे हुए हैं। कृषको ने शिकायत कर कलेक्टर से जाच कराए जाने की मांग की है।

Ibn 24 Bharat
Author: Ibn 24 Bharat

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