कन्यादान विवाह योजना में पारदर्शिता की कमी: मीडिया से छुपाई जा रही जानकारी, के लाखों की राशि का होगा खर्चा जानकारी की कमी से उठ रहे सवाल
आमला.मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना समारोह जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत देवगांव के काजली ग्राम में आयोजित किया जा रहा है। कन्यादान विवाह योजना में पारदर्शिता की कमी के कारण सवाल उठने लगे हैं। योजना के तहत कितने आवेदन आए और किसको मिला भोजन का ठेका, इसकी जानकारी मीडिया से छुपाई जा रही है।इसका मुख्य कारण यह है कि विवाह कार्यक्रम में लाखों की राशि का व्यय किया जाएगा सूत्रों बताते है कि विवाह कार्यक्रम के लिए अनुमति 25 लाख खर्च हो सकता है। 400 से 450 जोड़े विवाह कार्यक्रम में शामिल हो सकते है। ऐसे में विवाह जोड़े के साथ साथ उनके परिजन भी विवाह कार्यक्रम में सरीख होंगे उनके लिए भी भोजन की व्यवस्था की जाएगी। लेकिन जनपद के जिम्मेदार अधिकारी मीडिया से जानकारी क्यों छुपा रहे है यह बात समझ से परे है। अब देखना यह है कि कन्यादान विवाह योजना में पारदर्शिता रखी जाती है कि नही।
अधिकारियों ने बनाई दूरी

मीडिया के सवालों से बचने के लिए अधिकारियों ने दूरी बना ली है। इससे लोगों में आक्रोश है और वे योजना की विस्तृत जानकारी की मांग कर रहे हैं। लेकिन जनपद के जिम्मेदार अधिकारी मीडिया के सवालों से बचने के लिए कन्यादान विवाह योजना की जानकारी नही दे पा रहे है।

लाखों की राशि का होगा खर्चा
कन्यादान विवाह योजना में लाखों की राशि का खर्चा होगा, सूत्रों से मिली जानकारी से पता चला है कि अनुमति 25 लाख की राशि का खर्च किया जा सकता लेकिन इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है। इससे लोगों को लगता है कि योजना में भ्रष्टाचार हो सकता है।
भोजन के ठेकेदार का विरोध
भोजन के ठेकेदार ने जनपद में विरोध किया था, लेकिन इसके बावजूद ठेका दिया गया है। इससे लोगों को लगता है कि योजना में पक्षपात हो रहा है लोगों ने मांग की है कि योजना में पारदर्शिता होनी चाहिए। योजना की विस्तृत जानकारी दी जानी चाहिए और ठेका देने की प्रक्रिया में पारदर्शिता होनी चाहिए।लोगों ने मांग की है कि योजना की जांच की जानी चाहिए। जांच में यदि कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
Author: Ibn 24 Bharat
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