कांग्रेस ने जिलाध्यक्षों की नई टीम बनाई, बैतूल की कमान निलय डागा के हाथ जुझारू छवि और पढ़ाई से लेकर राजनीति तक मजबूत पकड़
हार के बाद भी कांग्रेस संगठन में डटे रहे, अब मिली बड़ी जिम्मेदारी
बैतुल।प्रदेश कांग्रेस ने शनिवार को 71 जिलाध्यक्षों की सूची जारी कर संगठन को नया स्वरूप देने की कोशिश की है। इसी क्रम में बैतूल जिला कांग्रेस की कमान पूर्व विधायक निलय विनोद डागा को सौंपी गई है। सूची में उनका नाम सातवें क्रम पर है, जो इस बात का संकेत है कि पार्टी उन्हें अहमियत देने में कोई कसर नहीं छोड़ रही। डागा 2018 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे और बीजेपी उम्मीदवार हेमंत खंडेलवाल को 22 हजार से अधिक वोटों से मात दी थी। लेकिन 2023 में उन्हीं हेमंत खंडेलवाल से 15 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा। हार के बावजूद वे हतोत्साहित नहीं हुए और लगातार संगठन में सक्रिय बने रहे। आज उसी संघर्ष और धैर्य का नतीजा है कि कांग्रेस ने उन्हें बैतूल का जिलाध्यक्ष बनाकर सम्मानित किया है।
परिवार से मिली राजनीति की विरासत, संगठन में निभाई अहम भूमिकाएँ
निलय डागा का नाम कांग्रेस की सक्रिय राजनीति में नया नहीं है। उनका राजनीतिक सफर परिवार की विरासत से जुड़ा हुआ है। पिता स्व. विनोद कुमार डागा 1998 से 2003 तक बैतूल से विधायक रहे और प्रदेश कांग्रेस में कोषाध्यक्ष रहे। वहीं दादा स्व. हरकचंद डागा 1960 से 1965 तक बैतूल नगर पालिका अध्यक्ष रहे। इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए निलय ने खुद को कांग्रेस संगठन का मजबूत स्तंभ साबित किया। 2016 से वे पीसीसी प्रतिनिधि हैं, 2022 से एआईसीसी के संगठन सदस्य बने और 2024 में उन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी का महासचिव व मैहर जिले का प्रभारी बनाया गया। वे कई बार चुनाव प्रभारी और जिला प्रभारी की जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। अब उन्हें जिले का अध्यक्ष बनाकर पार्टी ने यह जताया है कि बैतूल की राजनीति में उनकी पकड़ और संगठनात्मक क्षमता पर भरोसा किया जा सकता है।
पढ़ाई में भी रहे अव्वल, समाजसेवा और कार्यकर्ताओं के समर्थन से मिली जीत
राजनीति से पहले निलय डागा ने शिक्षा और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में भी अपनी पहचान बनाई। उन्होंने अमेरिका की ओकलाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी से कृषि व्यवसाय में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है। साथ ही मुंबई के एल्फिन्स्टन कॉलेज से बी.कॉम और बैतूल के जयवंती हक्सर पीजी कॉलेज से एम.कॉम की डिग्री हासिल की। पेशे से कृषक और उद्योगपति होने के साथ ही वे “डागा फाउंडेशन” संस्था के जरिए गरीब और जरूरतमंद बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और बास्केटबॉल जैसे खेलों से उन्हें खास लगाव है। कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के दौरान उन्होंने खुले तौर पर जिलाध्यक्ष पद की दावेदारी पेश की थी। जिलेभर के कार्यकर्ताओं ने उनके पक्ष में एकजुट होकर समर्थन दिया और पार्टी हाईकमान ने इस बार उसी जनभावना को सम्मान देते हुए उन्हें जिला कांग्रेस अध्यक्ष बनाया है। तीन साल से इस पद पर कार्यरत हेमंत वागदे की जगह अब निलय की एंट्री से कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा और उत्साह की लहर दौड़ गई है।
Author: Ibn 24 Bharat
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