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उमरी शरीफ उर्स कार्यक्रम के दौरान यातायात व्यवस्था बदली

उमरी शरीफ उर्स कार्यक्रम के दौरान यातायात व्यवस्था बदली

बैतूल से उमरी दरगाह तक निकलेगा संदल, भारी वाहनों पर रहेगा प्रतिबंध

बैतूल। जिले के ग्राम उमरी में मुस्लिम समुदाय का सालाना उर्स कार्यक्रम इस बार भी बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। परंपरा के अनुसार बैतूल मुख्यालय से संदल (धार्मिक जुलूस) निकलेगा जो किला खंडारा मार्ग से होते हुए उमरी शरीफ दरगाह पहुंचेगा। यहां पर कव्वाली, भंडारा और अन्य धार्मिक आयोजन होंगे, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। श्रद्धालुओं के एकत्र होने से यातायात पर दबाव बढ़ सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए यातायात पुलिस ने विशेष व्यवस्था बनाई है। इस कार्यक्रम के मद्देनजर 4 सितंबर की शाम 4 बजे से लेकर 5 सितंबर की सुबह 6 बजे तक भारी वाहनों के संचालन पर रोक लगा दी गई है। प्रतिबंधित वाहनों में ट्रक, डंपर, ट्रैक्टर-ट्रॉली, मालवाहक और मध्यम आकार के वाहन शामिल होंगे। पुलिस प्रशासन का कहना है कि यह कदम सिर्फ आम जनता की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखकर उठाया गया है। ताकि धार्मिक कार्यक्रम बिना किसी अव्यवस्था के सम्पन्न हो सके। उर्स के आयोजन को लेकर नगर और ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं।

श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए बनाई गई वैकल्पिक यातायात योजना

पुलिस ने बताया कि कार्यक्रम स्थल और मुख्य मार्ग पर जाम की स्थिति से बचने के लिए कई जगहों पर डायवर्जन प्वाइंट बनाए गए हैं। कॉलेज चौक से आमला की ओर जाने वाले चारपहिया और बड़े वाहन अब किला खंडारा की बजाय नेशनल हाईवे-47 का उपयोग करेंगे। यह मार्ग पंखा से होकर सीधे आमला को जोड़ेगा। इसी तरह हमलापुर चौक से किला खंडारा की ओर जाने वाले वाहन अब पुराने आमला रोड से होते हुए बाजपुर और बरसाली गांव की ओर डायवर्ट किए जाएंगे। यह वैकल्पिक व्यवस्था पूरे आयोजन के दौरान लागू रहेगी। हसलपुर जोड़ से आने वाले वाहन भी अब सीधे बैतूल नहीं जा सकेंगे। इन्हें पंखा से होते हुए एनएच-47 मार्ग पर भेजा जाएगा। इन तीन प्रमुख डायवर्जन प्वाइंट्स पर पुलिस बल तैनात किया जाएगा। ताकि कोई वाहन चालक गलती से भी प्रतिबंधित मार्ग का उपयोग न करे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी स्थानों पर साइन बोर्ड और अस्थायी दिशा संकेतक लगाए जा रहे हैं। अधिकारियों ने कहा है कि डायवर्जन लागू होने के बावजूद वाहन चालकों को ज्यादा परेशानी नहीं होगी, क्योंकि वैकल्पिक मार्ग सीधे और सुरक्षित हैं।

सहयोग से सुचारू रूप से सम्पन्न होगा धार्मिक आयोजन

थाना यातायात प्रभारी ने बताया कि कार्यक्रम में सुरक्षा और यातायात की जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की है, लेकिन इसे सफल बनाने के लिए आम जनता का सहयोग भी आवश्यक है। लोगों से अपील की गई है कि वे निर्धारित मार्गों का ही उपयोग करें और किसी भी प्रकार की जल्दबाजी या अव्यवस्था न करें। पुलिस बल द्वारा जगह-जगह बैरिकेड्स और चेक प्वाइंट बनाए गए हैं, जहां से वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि धार्मिक आस्था से जुड़ा यह कार्यक्रम जिले की गंगा-जमुनी तहजीब का प्रतीक है। इसमें शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा हमारी पहली प्राथमिकता है। इसलिए किसी भी असुविधा या परेशानी की स्थिति में यातायात पुलिसकर्मियों से सहयोग लें। कार्यक्रम के बाद सभी रास्तों पर सामान्य यातायात पूर्व की तरह बहाल कर दिया जाएगा। प्रशासन का दावा है कि इस व्यवस्था से न तो श्रद्धालुओं को दिक्कत होगी और न ही आम जनता को।

Ibn 24 Bharat
Author: Ibn 24 Bharat

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