Breaking News

लाइफ़ कैरियर सीनियर सेकेंडरी सी.बी.एस.ई. स्कूल एवं यूनिवर्सल इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल आमला में विशाल बाल मेले का आयोजन श्रीजी शुगर मिल प्रबंधन ने मेधावी विद्यार्थियों को दी प्रोत्साहन राशि पत्रकारों की सुरक्षा, सुविधा और सम्मान के लिए श्रमजीवी पत्रकार संघ की रैली 6 सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा खेत से दुकानों तक फिर शुरू हुआ सट्टे का गोरखधंधा आमला में सट्टा कारोबार ने बदला रूप, अब खेतों, दुकानों और आंगनवाड़ी में बैठकर हो रहा अवैध कारोबार युवाओं ने एसडीएम आमला से की सट्टे के कारोबार को बंद कराने की मांग कलेक्टर के निर्देशों की अनदेखी! आमला की करोड़ों की जमीन पर फिर शुरू हुआ खरीद-फरोख्त का खेल

भाजपा के नगर मंडल अध्यक्ष की दौड़ में धामोडे भी प्रबल दावेदार

भाजपा के नगर मंडल अध्यक्ष की दौड़ में धामोडे भी प्रबल दावेदार

आमला. भाजपा के संगठन चुनाव को लेकर दावेदारी में नेताओं ने जहा अपना ताल ठोकना चालू कर दिया था।वहीं उम्र का बंधन आने से कुछ शांत हो गए है तो कुछ अपनी जुगाड में लग गए है हालाकि उम्र अब मंडल अध्यक्ष के लिए 45 वर्ष कर दो गई है इसमें युवा तजुर्बेकार व्यक्ति खोजने की तलाश साकार होगी।जबकि संगठनात्मक सरचना में सत्ता के बगैर हस्तक्षेप से है यह संरचना बनती है।अगर नेताओं के चहेतों को दूर रखा जायेगा तो ज्यादातर नेता आमला की राजनीति मै नेताओं के इर्दगिर्द है नजर आते है। सत्ता की नहीं चली तो कुछ ऐसे भी नगर मंडल के नेता है जो अपनी खुद की छवि और आचरण से जाने जाते है।इनमें अगर नगर से कोई नाम आता है तो वो पूर्व पार्षद वॉर्ड 8 और मंडल उपाध्यक्ष राकेश धामोडे जिनके द्वारा पहली बार जिन्होंने ऐसी जगह से भाजपा को जीत दिलाई जहा भाजपा के कैंडिडेट को पकड़ कर चुनाव मै उतारना पड़ता था।यहां तक की भाजपा के झंडे लगाने वाले वार्ड के लोग नहीं मिलते थे।उच्च शिक्षा के साथ है अपने तेज तर्रार स्वभाव से और साफ सुथरी छवि से जब चुनाव मै उतरे तो पूर्व मै रहे पार्षद ने मैदान तक छोड़ दिया।और पहली बार में ही एक तरफा जीत से पार्षद चुनाव मै जीत दर्ज कराई।हालाकि राजनीति मै चुनाव विजय होना बड़ी बात नहीं होती है उस जीत पर साकार होकर बने रहना महत्वपूर्ण बात है।जनता के वादों की प्रतिबद्धता ने और उनके संघर्ष ने फिर दिखाया की लोगो की सेवा के लिए लड़ना पड़े तो लड़ेंगे।वॉर्ड की बाजार की जगह को पुलिस के कब्जे से मुक्त कराने के लिए भूख हड़ताल पर बैठ गए।जिसका परिणाम यह हुआ कि आज वार्ड सहित नगर की जनता इस रिक्त जगह का फायदा ले रही है।
चुनाव जितने का तजुर्बा और नेतृत्व की क्षमता
संगठन मै उनकी जगह बनी और उन्हे मंडल उपाध्यक्ष बनाया गया।दूसरे निकाय चुनाव मै वार्ड की महिला सीट होने से उनकी धर्मपत्नी को भाजपा ने टिकट दिया।हालाकि चुनाव परिणाम के पहले है उनके कामों की वजह से जीती हुई सीट मानी जा रही थी लेकिन उन्होंने केवल जीत हीं नहीं बल्कि पूरे 18 वार्डो में सबसे अधिक वोटों से पार्षद चुनाव को जीता। अगर भाजपा में वाकई संगठन चलाने और चुनाव लड़ने या प्रबन्धन कि परिपक्वता को देखा जायेगा तो आगामी मंडल अध्यक्ष राकेश धामोडे बन जाए इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं हो सकती है।आमला भाजपा राजनीति की भी वर्तमान स्थिति को देखा जाए तो ऐसे लोगो की इन पदों पर जरूरत भी है। वही अगर हम भाजपा की सीनियर टीम की बात करते है तो राकेश के लिए सभी एक मत होते दिखाई दे रहे है वैसे भी भाजपा चौकाने वाले निर्णय लेने के लिए जानी जाती है।
Ibn 24 Bharat
Author: Ibn 24 Bharat

और पढ़ें

Buzz4 Ai
error: Content is protected !!