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बैतूल कोयला खदान हादसा: 3.5 किमी अंदर दबे तीन कर्मचारियों की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी मौके पर पहुचे कलेक्टर एसपी

बैतूल कोयला खदान हादसा: 3.5 किमी अंदर दबे तीन कर्मचारियों की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी मौके पर पहुचे कलेक्टर एसपी

बेतुल. जिले के पाथाखेड़ा में बड़ा हादसा! वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (WCL) की छतरपुर-1 खदान में गुरुवार दोपहर 3 बजे रूफ गिरने से तीन कर्मचारियों की मौत हो गई। हादसे के वक्त कर्मचारी 3.5 किलोमीटर अंदर कंटीन्यूअस माइनर सेक्शन में काम कर रहे थे। अचानक खदान की 10 मीटर ऊंची छत ढह गई, जिससे वहां मौजूद कर्मचारी मलबे में दब गए।

मृतकों के नाम:

रामदेव पंडोले – माइनिंग सरदार

रामप्रसाद चौहान – ओवरमैन

श्री गोविंद – अंडर मैनेजर

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, प्रशासन अलर्ट

घटना की सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम और एंबुलेंस मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया गया। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी और एसपी निश्चल एन झरिया भी मौके पर पहुंच गए।

कोलकाता की कंपनी को मिला था ठेका

यह सेक्शन कोलकाता की जॉय माइनिंग सर्विस के अंतर्गत आता है, जिसमें ऑस्ट्रेलियाई माइनिंग मशीनें लगी हैं। घटना के बाद खदान में काम कर रहे अन्य कर्मचारियों में दहशत का माहौल है।

हादसे से हड़कंप, यूनियन नेताओं का हंगामा

 

 

मृतकों की खबर मिलते ही अस्पताल और खदान परिसर में यूनियन नेताओं और कर्मचारियों की भीड़ जमा हो गई। मृतक कर्मचारियों के परिवारों को मुआवजा देने और हादसे की उच्च स्तरीय जांच की मांग उठ रही है।

फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है। इस भयावह हादसे ने कोयला खदानों में सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Ibn 24 Bharat
Author: Ibn 24 Bharat

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