संबल योजना की 2 लाख अनुग्रह राशि पाने के लिए विधवा महिला दफ्तरों की चौखट पर टेक रही माथा गरीबों की नही हो रही सुनवाई..यह कैसा जनकल्याण है….????
संबल की राशि के लिए भटक रहे हितग्राही………..
दिलीप पाल की रिपोर्ट………
आमला.एक ओर जहां शासन द्वारा जनकल्याण शिविरों का आयोजन किया जा रहा है वही दूसरी ओर जनकल्याणकारी योजनाओं में हितग्राहियों की 5 साल के बाद भी लाभ नही मिल रहा है यह कैसा जनकल्याण है…???? संबल योजना में मृत्यु के उपरांत 2 लाख की राशि को पाने के लिए विधवा महिला दफ्तरों की चौखट पर माथा ठेक रही है उसके बाद भी महिला को योजना का लाभ नही मिल पा रहा है। नगरपालिका के बार-बार चक्कर लगाने के बाद भी उन्हे मात्र आश्वासन ही मिल रहा है। राशि कब तक मिलेगी, यह जानकारी अधिकारी नहीं दे रहे है। जिससे हितग्राही परेशान है। दरअसल आमला नगरपालिका क्षेत्र के करीब 23 हितग्राही ऐसे है, जिनके घर के मुखिया की मौत के बाद उन्हें योजना की मिलने वाली राशि का इंतजार हैं। हितग्राही बार-बार नगरपालिका के चक्कर काट रहे है। जिन्हें यहीं सुनने को मिल रहा है कि शासन स्तर से आपके खाते में सीधे राशि जमा हो जाएगी। राशि कब जमा होगी, इसका जवाब अधिकारियों और कर्मचारियों के पास नहीं है। हितग्राही समा खान ने बताया कि वह पिछले 5 साल से राशि का इंतजार कर रही है। राशि के लिए उन्होंने नगरपालिका से लेकर जनसुनवाई में भी कई बार आवेदन किये, किन्तु अभी तक राशि नहीं मिल पाई है। इधर परिवार में कमाने वाले मुखिया की मौत के बाद उनके परिजनों को मेहनत मजदूरी करने के साथ उधार लेकर घर की जरूरतों को पूरा करना पड़ रहा है।
प्रकिया पूरी, लेकिन नहीं मिली राशि …………
संबल योजना की राशि के लिए हितग्राहियों ने नियमानुसार प्रक्रिया पूरी कर ली है। ऑनलाईन प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी कई हितग्राहियों को राशि नहीं मिल पाई है, जबकि असंगठित श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक सहायता के लिए मुख्यमंत्री पूर्व शिवराज सिंह चौहान ने संबल योजना की शुरूआत की थी। जानकार बताते है कि संबल योजना के तहत मजदूर की दुर्घटना में मौत होने पर 4 लाख रुपये, सामान्य मौत पर 2 लाख, स्थाई अपंगता पर 2 लाख, आंशिक अपंगता पर एक लाख और अंतिम संस्कार के लिए 5 हजार रुपये की अनुग्रह राशि मिलती है। इसके साथ ही गर्भवती के दौरान निर्धारित अवधि में अंतिम तिमाही तक जांच कराने और सरकारी अस्पताल में प्रसव होने पर सहायता राशि मिलती है।
23 हितग्राही सालों से लगा रहे नपा के चक्कर ………….
नगरपालिका आमला के 23 हितग्राहियों को राशि मिलना शेष है। जिसके लिए हितग्राही नगरपालिका के चक्कर लगा-लगाकर परेशान हो गये है। नगरपालिका के योजना प्रभारी शिवप्रसाद गुजरे ने बताया कि संबल योजना के लिए जो भी प्रक्रिया होती है, नगरपालिका द्वारा पूरी कर दी गई है। राशि शासन स्तर से सीधे हितग्राही के खाते में आती है। हितग्राहियों का चयन भी शासन स्तर से होता है। कुछ दिनों पहले चार हितग्राहियों की संबल राशि आई है। हितग्राहियों के प्रकरण बनाकर शासन को भेजे जा चुके है। शासन स्तर से ही राशि खाते में डाली जायेगी। जिनकी राशि आई है, उन लोगों का नगरपालिका स्तर से कोई समाधान नहीं हो सकता है।
इन्हें मिलती है सहायता ………………….
प्रदेश सरकार ने जन्म से लेकर मृत्यु तक और रोजगार से लेकर विवाह तक श्रमिकों को आर्थिक सहायता देने के लिए संबल योजना शुरू की है। जिसमें पात्रता रखने वाले परिजनों को निर्धारित सहायता राशि प्रदान की जाती है। इस योजना का लाभ उन्हीं लोगों को मिलता है जिनका संबल में पंजीयन और सत्यापन किया गया हो। संबल योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि की पात्रता निर्माण कार्यों में लगे मजबूरों, पेंटर, मिस्त्री, घरेलू कामकाजी महिला, ईंट-भट्टे पर काम करने वाले मजदूर, सडक निर्माण से जुड़े, रिक्शा चालक, प्लंबर, बिजली मिस्त्री, गरीबी रेखा से जीवन यापन करने वालों के अलावा विभिन्ना कामगारों को मिलती है। संबल योजना के तहत ऑनलाईन आवेदन और भौतिक सत्यापन के बाद नियमों की पात्रता रखने पर राशि मिलती है।
इनका कहना है –
नगरपालिका से सभी हितग्राहियों के प्रकरणों की प्रक्रिया पूर्ण की जा चुकी है। चूंकि राशि शासन स्तर से आवंटित होती है, इसलिए कब तक हितग्राहियों को मिलेगी, यह कहा नहीं जा सकता है।
– प्रकाश देशमुख, प्रभारी सीएमओ, नगरपालिका आमला











