सीएम हेल्पलाइन में नहीं हो रही सुनवाई, विभागों में उलझकर रह गई शिकायतें
आमला. ब्लाक मुख्यालय में संचलित शासकीय कार्यलयों में मूलभूत सविधाओं के लिए की सीएम हेल्पलाइन विभागों में ही उलझकर रहे गई है। समय पर शिकायतॉ का निराकरण नही किया जा रहा है। सीएम हेल्पलाइन में अब सुनवाई नहीं हो रही है, जो कि एक बड़े सवाल का विषय है। विभागों में उलझकर शिकायतें रह गई हैं और उनका निराकरण नहीं किया जा रहा है। इससे आम जनता को परेशानी हो रही है और उन्हें अपनी समस्याओं का निराकरण नहीं मिल पा रहा है। सीएम हेल्पलाइन का उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का निराकरण करना था, लेकिन अब यह हेल्पलाइन ही समस्या का कारण बन गई है।
जनपद पंचायत और नगर पालिका में पेंडिंग शिकायतें
जनपद पंचायत में 163 और नगर पालिका में 12 से अधिक सीएम हेल्पलाइन पेंडिंग हैं। ये शिकायतें महीनों से पेंडिंग पड़ी हुई हैं और उनका निराकरण नहीं किया जा रहा है। इससे आम जनता को परेशानी हो रही है और उन्हें अपनी समस्याओं का समाधान नहीं मिल पा रहा है। ज्यादातर शिकायत समग्रआईडी ओर नाली निर्माण,नलजल से सम्बंधित है अब मूलभूत सुविधाओं के लिए लोगो को सीएम हेल्पलाइन का सहारा लेना पड़ रहा है।
विभागों की लापरवाही पर नही होती कोई कारवाई
विभागों की लापरवाही के कारण सीएम हेल्पलाइन की शिकायतें पेंडिंग पड़ी हुई हैं। इससे आम जनता को परेशानी हो रही है और उन्हें अपनी समस्याओं का समाधान नहीं मिल पा रहा है। विभागों को चाहिए कि वे अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ठीक से करें और शिकायतों का निराकरण करें।
कार्रवाई के लिए अधिकारियों की जवाबदेही
अधिकारियों की जवाबदेही तय की जानी चाहिए ताकि वे अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ठीक से कर सकें। सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का निराकरण करने में अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। अगर अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ठीक से नहीं करेंगे तो शिकायतें पेंडिंग पड़ी रहेंगी और आम जनता को परेशानी होगी।
आम जनता की परेशानी
आम जनता की परेशानी को समझने की जरूरत है। सीएम हेल्पलाइन में शिकायतें दर्ज कराने के बाद भी अगर उनका निराकरण नहीं होता है तो इससे आम जनता का विश्वास प्रशासन पर से उठ सकता है। प्रशासन को चाहिए कि वे आम जनता की परेशानी को समझें और शिकायतों का निराकरण करें।
इनका कहना है……………
ब्लाक मुखयालय पर संचलित सभी शासकीय कार्यलयों को निर्देशित किया गया है। की 5 तारीख तक 80% शिकायत को संतुष्टि से बंद करवाए 30 तारीख को ग्रेडिंग होती है तो 100% शिकायत बंद होना चाहिए। अगर लाहपरवाही बरती जायगी तो सम्बंधित पर कार्रवाई की जाएगी।
शेलेन्द्र बड़ोनिया एसडीएम आमला
Author: Ibn 24 Bharat
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