5 करोड़ के रेलवे अण्डरब्रिज में शतप्रतिशत एमसेंड का हो रहा उपयोग ग्रामीणों ने अधिकारियों पर लगाया मॉनीटरिंग नहीं करने का आरो
पांच करोड़ के अंडरब्रिज निर्माण में गुणवत्ता से समझौता
आमला. अंडरब्रिज निर्माण में गुणवत्ताविहिन सामग्री के उपयोग को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों का आरोप है कि रेलवे विभाग की अनदेखी के कारण ठेकेदार द्वारा निर्माण में लापरवाही की जा रही है। यदि निर्माण गुणवत्तापूर्ण नहीं हुआ तो ग्रामीण मापदंडों की अनदेखी की शिकायत रेलवे अधिकारियों और कलेक्टर से इसकी श्किायत करेगे। दरअसल लालावाड़ी के पास अंडरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। करीब 5 करोड़ की लागत से बन रहे अंडरब्रिज में ठेकदार शत-प्रतिशत एमसेंड का इस्तेमाल कर रहा है, जबकि नियमानुसार 50 प्रतिशत रेत भी मिलाना है, ताकि निर्माण में मजबूती बनी रही, किन्तु ठेकेदार अंडरब्रिज निर्माण में केवल एमसेंट का उपयोग कर कांक्रीट मसाला तैयार कर रहा है। इससे अंडरब्रिज की मजबूती लंबे समय तक कायम नहीं रहेगी और बड़ा हादसा भी हो सकता है। लेकिन इसके बावजूद भी रेलवे अधिकारी निरीक्षण तक नहीं कर रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि अंडरब्रिज के लिए जो बेस तैयार किया है, उसमें भी अच्छे गुणवत्ता के मटेरियल की जमकर अनदेखी की गई। जिससे ग्रामीणों में नाराजगी व्याप्त है।
जंग लगी सरिया का हो रहा इस्तेमाल …………
अंडरब्रिज में जिन लोहे की सरिया का इस्तेमाल हो रहा है, वह जंग लगी हुई है। ऐसे में अंडरब्रिज की मजबूती पर सवाल खड़े होने लगे है। ग्रामीणों का कहना है कि अभी से सरिया में जंग लग गया है। आने वाले समय में जंग के कारण सरिया खराब हो जायेगी और अंडरब्रिज मजबूती से खड़ा नहीं कर पायेगा। ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार द्वारा जो सीमेंट इस्तेमाल किया जा रहा है, वह भी निम्न गुणवत्ता वाला है। जिसकी जांच होनी चाहिए, लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे है। अधिकारियों की लापरवाही के कारण ही निर्माण में ठेकेदार की मनमानी हावी है।
रेलवे अधिकारी नहीं करते निरीक्षण ……………
निर्माण में बरती जा रही लापरवाही के लिए ग्रामीण रेलवे अधिकारियों को भी जिम्मेदार ठहरा रहे है। ग्रामीणों ने बताया कि विभाग ठेका देकर पूरा काम ठेकेदार के अनुसार छोड़ देते है। ठेकेदार भी अधिक बचत के लिए निर्माण की गुणवत्ता से समझौता करते है। जिसकी वजह से चंद सालों में ही निर्माण खराब होने लगते है। यदि निर्माण की नियमित मॉनीटरिंग की जाये और मटेरियल की मशीनों से जांच के बाद लगाया जाये, तो कई सालों तक निर्माण का लाभ लोगों को मिलेगा, किन्तु अधिकारियों द्वारा न निरीक्षण किया जाता है और न ही गुणवत्ता पर ध्यान देते है।
इनका कहना है………………
आपके माध्यम से जानकारी मिली है अगर निर्माण में गुणवत्तापूर्ण कार्य नही किया जा रहा है तो जांच की जायगी।
ए. के पाटिल एडीएम आमला
Author: Ibn 24 Bharat
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