पुलिस महानिदेशक प्रशस्ति पत्र और पदक से सम्मानित होंगे आमला टी आई राजेश सातनकर और बोड़खी चौकी प्रभारी अमित पवार
आमला। मध्यप्रदेश के 53 जिले में से 80 पुलिस अधिकारियों को सम्मान के लिए चुना गया जिसमें बैतूल जिले से दो अधिकारियों का चुना जाना जिले के लिए गौरव की बात है। बैतूल जिले के दो पुलिस अधिकारियों राजेश सातनकर एवं अमित पवार सहित मप्र के 80 पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को डीजीपी डिस्क अवार्ड एवं प्रशस्ति पत्र के लिए चुना गया है।कैलाश मकवाना पुलिस महानिदेशक मध्यप्रदेश द्वारा जारी पुलिस राजपत्र आदेश क्रमांक 1/2002 दिनांक 21/05/2002 में निहित प्रावधानों के तहत नवंबर 2024 के लिए आदेश जारी कर चयनित 80 पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सूची जारी की है।पुलिस विभाग द्वारा उल्लेखनीय और आसाधारण कार्यों के लिए विभाग द्वारा समय समय पर विभिन्न सम्मान और पुरस्कार से अपने विभाग के पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को नवाजा जाता है।एक ऐसा ही सम्मान डीजीपी प्रशंसा पत्र और डिस्क अवार्ड पुलिस विभाग में उत्कृष्ट प्रदर्शन और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए दिया जाता है।यह विशेष पुरस्कार उन पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को दिया जाता है जिन्होंने कानून व्यवस्था बनाए रखने और अपराधों को सुलझाने और जनता की सेवा में उत्कृष्ट योगदान दिया है।पुलिस अधीक्षक निश्चल झरिया,एडिशन एस पी कमला जोशी, एस डी ओ पी मयंक तिवारी के मार्गदर्शन में मुलताई में पदस्थ रहने के दौरान निरीक्षक राजेश सातनकर एवं उपनिरीक्षक अमित पवार ने अपनी सूझबूझ से एक अंधे कत्ल का पर्दाफाश किया था साथ ही बेहतर साक्ष्य और गवाह की प्रस्तुति के कारण इस प्रकरण में अभियुक्तों को जेल भिजवाया।फरवरी 2024 में नागपुर बैतूल हाइवे के खंबारा टोल नाके के पास एक ढाबे पर एक बुरी तरह जले हुए शव की शिनाख्त हुई लगभग 98 प्रतिशत जले होने के कारण उसे पहचानना मुश्किल हो रहा था।श्री सातनकर एवं श्री पवार ने अपनी सूझबूझ से इस शव की शिनाख्त की और प्रकरण का पर्दाफाश किया । महाराष्ट्र के गोंदिया में रहने वाले म्यूजिक टीचर का वह शव था और इसकी हत्या उसकी बेटी और दामाद ने ही कर दी थी और उसे महाराष्ट्र के गोरेगांव से लगभग 300 किमी मुल्ताई के पास लाकर ढाबे पर जला दिया था।लगभग 98 प्रतिशत जले शव की शिनाख्त करना चुनौतीपूर्ण था किन्तु इन पुलिस अधिकारी ने अपनी सूझबूझ से इस प्रकरण को सुलझाया और हत्यारे बेटी दामाद को गिरफ्तार करके जेल भिजवाया।मृतक के सिर के 12 सेमी लंबे बाल और खंबारा टोल नाके से घटना स्थल तक उस समय के वाहनों की आवाजाही और वाहन के रप्तार को आधार बनाकर केस की गुत्थी को सुलझाया। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर सभी ने आमला टी आई राजेश सातनकर एवं बोड़खी चौकी प्रभारी अमित पवार को बधाई प्रेषित की है।
Author: Ibn 24 Bharat
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